शिक्षक भरती के लिए D.Ed B.Ed छात्रों का आंदोलन
आज देश में करोडो सुशिक्षित युवक गरीबी और बेरोजगारी की आग में झुलस रहे है, वही हाल महाराष्ट्र के डी.एड. और बी.एड. धारी छात्रों का हुवा है. पिछले कई सालों से राज्य में शिक्षक भरती पर पाबंदी लगाई गई है. आज भी महाराष्ट्र के डी.एड./डी.टी.एड, बी.एड. धारी लाखो छात्र आपनी नौकरी का इतजार कर रहे है. एक तरफ शासन इन मजबूर विद्यार्थियों को डी.टी.एड, बी.एड. डिग्री होनेके बावजूद भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षक भर्ती के लिए TET, CTET, TAIT इत्यादि परीक्षाओ में उलझाये रखता है और मोटी फ़ीस ऐट लेता है. वही दूसरी तरफ शासन शिक्षक भरती का आश्वासन देकर, इस मुद्दे को फिरसे ठंडे बक्से में डाल देता है. पिछले कई सालों से राज्य में शिक्षक भरती के नाम पर यही रणनीति आपनायी जा रही है, मगर अब इस अन्याय के विरोध में महाराष्ट्र का युवा फिरसे संघटित होकर संघर्ष करने के लिए तैयार हो रहा है.
राज्य में शिक्षक भरती के लिए टी. एड., बी. एड. स्टुडंट असोसिएशन द्वारा 26 फरवरी 2018 को आझाद मैदान मुंबई में ” D.Ed B.Ed बेरोजगार सन्मान सत्याग्रह ” का आयोजन किया गया है. जिसमे कई सालोसे बेरोजगारी की मार झेल रहे लोखो विद्यार्थियों के शामिल होनेका अंदेशा जताया जा रहा है.
D.Ed B.Ed बेरोजगार सन्मान सत्याग्रह की कुछ प्रमुख मांगे इस प्रकार की है
1. 24000 शिक्षकों की भर्ती एक ही बार और एक ही महीने में की जाए.
2. शिक्षण सेवक कालावधि रद्द करके शिक्षकों की स्थायी नौकरी सुनिश्चित की जाए.
3. शिक्षक अभियोग्यता चाचणी के नतीजे PDF फॉर्मेट में क्रमानुसार घोषित किए जाए.
4. 1300 स्कूल बंद करने का निर्णय स्थगित किया जाए.
5. 2012 के उपरांत राज्य में की गई अवैधानिक शिक्षक भर्ती कि सीबीआई जांच हो.
हालाकी महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री विनोद तावडे ने एक प्रायवेट न्यूज़ चैनेल (ABPमाझा) को दिए गए साक्षात्कार में आगामी 6 महीनोमे महाराष्ट्र में कुल 24,000 शिक्षकों की भरती का ऐलान किया था. अब देखना होगा की आगामी B.Ed B.Ed बेरोजगार सन्मान सत्याग्रह में उठे छात्रों के एल्गार पर शासन क्या निर्णय लेता है.
शिक्षक भरती के लिए D.Ed B.Ed छात्रों का आंदोलन
शिक्षक भरती के लिए D.Ed B.Ed छात्रों का आंदोलन
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